यदि रोगी सिर मुंडाएं ,लाल या काले वस्त्र धारण किए किसी स्त्री या पुरूश को सपने में देखता है या अंग भंग व्यक्ति को देखता है तो रोगी की दशा अच्छी नही है ।
यदि रोगी सपने मे किसी ऊँचे स्थान से गिरे या पानी में डूबे या गिर जाए तो समझे कि रोगी का रोग अभी और बड़ सकता है।
यदि रोगी सपने मे किसी ब्राह्मण,देवता राजा गाय,याचक या मित्र को देखे तो समझे कि रोगी जल्दी ही ठीक हो जाएगा ।
हथेली पर मस्तिष्क रेखा, जीवन रेखा के समीप से होती हुई हथेली को आड़ा काटती हुई जाती है। (चित्र में रेखा न. 2 )
मस्तिष्क रेखा के प्रकार एवं प्रभाव
जिस व्यक्ति के हाथ में मस्तिष्क रेखा झुकी हुई होती है, ऐसा व्यक्ति साहसिक कार्यों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से करने की समझ रखता है। ऐसा व्यक्ति का मस्तिष्क कलात्मक, रचनात्मक एवं शोधपूर्ण गुणों से परिपूर्ण होता है।
हथेली में सामान्यत: तीन मुख्य रेखाएं होती हैं। ये तीन रेखाएं
1. जीवन रेखा,
2. मस्तिष्क रेखा
3. हृदय रेखा
चित्र में दर्शाए गए न, 1 जो रेखा अंगूठे के ठीक नीचे शुक्र पर्वत को घेरे रहती है, वही जीवन रेखा कहलाती है। यह रेखा इंडेक्स फिंगर के नीचे स्थित गुरु पर्वत के आसपास से प्रारंभ होकर हथेली के अंत मणिबंध की ओर जाती है।
प्रेम प्रसंग
और शादी से जुड़ी बातें जानने के लिए हथेली की विवाह रेखा का अध्ययन मुख्य रूप से
किया जाता है।
विवाह रेखा से जुड़ी खास बातें
विवाह रेखा का स्थान - हस्तरेखा
ज्योतिष के अनुसार, विवाह रेखा से किसी भी व्यक्ति के
प्रेम प्रसंग और वैवाहिक जीवन पर विचार किया जाता है। विवाह रेखा सबसे छोटी उंगली (LittleFinger) के
नीचे वाले भाग पर आड़ी स्थिति में होती है। छोटी उंगली के नीचे वाले भाग को बुध
पर्वत कहा जाता है। विवाह रेखा एक या एक से अधिक भी हो सकती है।
थोड़े-थोड़े
समय में कई रेखाएं बदलती रहती हैं। जबकि कुछ खास रेखाएं ऐसी हैं, जिनमें ज्यादा बदलाव नहीं होते हैं। इन महत्वपूर्ण
रेखाओं में जीवन रेखा, भाग्य रेखा, हृदय रेखा,
मणिबंध, सूर्य रेखा,
विवाह रेखाशामिल है।