आप प्रकान्ड विद्या निधान है, गुणवान और अत्यन्त कार्य कुशल होकर श्री राम के काज करने के लिए आतुर रहते है।
Oh! Shri Hanumanji! You are the repository learning, virtuous, very wise and highly keen to do the work of Shri Ram,
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया । राम लखन सीता मन बसिया॥
Prabhu Charittra Sunibe Ko Rasiya, Ram Lakhan Sita man basyia.
अर्थ
आप श्री राम चरित सुनने में आनन्द रस लेते है। श्री राम, सीता और लखन आपके हृदय में बसे रहते है।
You are intensely greedy for listening to the naration of Lord Ram's lifestory and revel on its enjoyment. You ever dwell in the hearts of Shri Ram-Sita and Shri Lakshman.
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा । बिकट रूप धरि लंक जरावा॥
Sukshma roop Dhari Siyahi Dikhwana, Bikat roop Dhari Lank Jarawa
अर्थ
आपने अपना बहुत छोटा रूप धारण करके सीता जी को दिखलाया और भयंकर रूप करके लंका को जलाया।
You appeared beofre Sita in a diminutive form and spoke to her, while you assumed an awesome form and struck terror by setting Lanka on fire.
भीम रूप धरि असुर संहारे । रामचन्द्र के काज संवारे॥
Bhim roop Dhari Asur Sanhare, Ramchandra Ke kaaj Savare.
अर्थ
आपने विकराल रूप धारण करके राक्षसों को मारा और श्री रामचन्द्र जी के उद्देश्यों को सफल कराया।
He, with his terrible form, killed demons in Lanka and performed all acts of Shri Ram.
लाय सजीवन लखन जियाये । श्री रघुवीर हरषि उर लाये॥
Laye Sajivan Lakhan Jiyaye, Shri Raghubir harashi ur laye.
अर्थ
आपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को जिलाया जिससे श्री रघुवीर ने हर्षित होकर आपको हृदय से लगा लिया।
When Hanumanji made Lakshman alive after bringing 'Sanjivni herb' Shri Ram took him in his deep embrace, his heart full of joy.
रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई । तुम मम प्रिय भरत सम भाई।।
Raghupati Kinhi Bahut Badaai, Tum Mama Priya Bharat Sam Bahi.
अर्थ
श्री रामचन्द्र ने आपकी बहुत प्रशंसा की और कहा कि तुम मेरे भरत जैसे प्यारे भाई हो।
Shri Ram lustily extolled Hanumanji's excellence and remarked, "you are as dear to me as my own brother Bharat"
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं॥
Sahastra Badan Tumharo Jas Gaave, Asa kahi Shripati Kanth Laagave.
अर्थ
श्री राम ने आपको यह कहकर हृदय से लगा लिया की तुम्हारा यश हजार मुख से सराहनीय है।
Shri Ram embraced Hanumanji saying: "Let the thousand - tongued sheshnaag sing your glories"
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा । नारद, सारद सहित अहीसा॥
Sankadik Brahmadi Muneesa, Narad Sarad Sahit Aheesa
अर्थ
श्री सनक, श्री सनातन, श्री सनन्दन, श्री सनत्कुमार आदि मुनि ब्रह्मा आदि देवता नारद जी, सरस्वती जी, शेषनाग जी सब आपका गुण गान करते है।
Sanak and the sages, saints. Lord Brahma, the great hermits Narad and oddess Saraswati along with Sheshnag the cosmic serpent, fail to sing the glories of Hanumanji exactly
जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते॥
Jam Kuber Digpal Jahan Te, Kabi Kabid Kahin Sake Kahan Te
अर्थ
यमराज, कुबेर आदि सब दिशाओं के रक्षक, कवि विद्वान, पंडित या कोई भी आपके यश का पूर्णतः वर्णन नहीं कर सकते।
What to talk of denizens of the earth like poets and scholars ones etc even Gods like Yamraj, Kuber, and Digpal fail to narrate Hanman's greatness in toto.
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा। राम मिलाय राजपद दीन्हा॥
Tum Upkar Sugrivahi Keenha, Ram Miali Rajpad Deenha
अर्थ
आपने सुग्रीव जी को श्रीराम से मिलाकर उपकार किया, जिसके कारण वे राजा बने।
Hanumanji! You rendered a great service for Sugriva, It were you who united him with SHRI RAM and installed him on the Royal Throne.
तुम्हरो मंत्र विभीषण माना। लंकेस्वर भए सब जग जाना॥
Tumharo Mantro Bibhishan Maana, Lankeshwar Bhaye Sab Jag Jaana.
अर्थ
आपके उपदेश का विभिषण जी ने पालन किया जिससे वे लंका के राजा बने, इसको सब संसार जानता है।
By heeding your advice. Vibhushan became Lord of Lanka, which is known all over the universe.
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू। लील्यो ताहि मधुर फल जानू
Juug Sahastra Jojan Par Bhaanu, Leelyo Taahi Madhur Phal Jaanu
अर्थ
जो सूर्य इतने योजन दूरी पर है कि उस पर पहुंचने के लिए हजार युग लगे। दो हजार योजन की दूरी पर स्थित सूर्य को आपने एक मीठा फल समझकर निगल लिया।
Hanumanji gulped, the SUN at distance of sixteen thousand miles considering it to be a sweet fruit.
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं॥
Prabhu Mudrika Meli Mukha Maaheen, Jaladhi Langhi Gaye Acharaj Naheen.
अर्थ
आपने श्री रामचन्द्र जी की अंगूठी मुंह में रखकर समुद्र को लांघ लिया, इसमें कोई आश्चर्य नहीं है।
Carrying the Lord's ring in his mouth, he went across the ocean. There is no wonder in that.
दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥
Durgam Kaaj Jagat Ke Jeete, Sugam Anugrah Tumhre Te Te.
अर्थ
संसार में जितने भी कठिन से कठिन काम हो, वो आपकी कृपा से सहज हो जाते हैं।
Oh Hanumanji! all the difficult tasks in the world are rendered easiest by your grace.
राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसा रे॥
Ram Duware Tum Rakhavare, Hot Na Aagya Bin Paisare.
अर्थ
श्री रामचन्द्र जी के द्वार के आप रखवाले है, जिसमें आपकी आज्ञा बिना किसी को प्रवेश नहीं मिलता अर्थात् आपकी प्रसन्नता के बिना राम कृपा दुर्लभ है।
Oh Hanumanji! You are the sentinel at the door of Ram's mercy mansion or His divine abode. No one may enter without your permission.
सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डरना॥
Sab Sukh Lahen Tumhari Sarna, Tum Rakshak Kaahu Ko Darnaa.
अर्थ
जो भी आपकी शरण में आते है, उन सभी को आनन्द प्राप्त होता है, और जब आप रक्षक है, तो फिर किसी का डर नहीं रहता।
By your grace one can enjoy all happiness and one need not have any fear under your protection.
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै॥
Aapan Tej Samharo Aapei, Tanau Lok Hank Te Kanpei
अर्थ
आपके सिवाय आपके वेग को कोई नहीं रोक सकता, आपकी गर्जना से तीनों लोक कांप जाते है।
When you roar all the three worlds tremble and only you can control your might.
भूत पिशाच निकट नहिं आवै। महावीर जब नाम सुनावै॥
Bhoot Pisaach Nikat Nahi Avei, Mahabir Jab Naam Sunavei.
अर्थ
जहां महावीर हनुमान जी का नाम सुनाया जाता है, वहां भूत, पिशाच पास भी नहीं फटक सकते।
Great Brave on. Hanumanji's name keeps all the Ghosts, Demons & evils spirits away from his devotees.
नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा॥
Nasei Rog Hare Sab Peera, Japat Niranter Hanumant Beera
अर्थ
वीर हनुमान जी आपका निरंतर जप करने से सब रोग चले जाते है और सब पीड़ा मिट जाती है।
On reciting Hanumanji's holy name regularly all the maladies perish the entire pain disappears.
संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै॥
Sankat Te Hanuman Chhudavei, Man Kram Bachan Dhyan Jo Lavei.
अर्थ
हे, हनुमान जी! विचार करने में, कर्म करने में और बोलने में, जिनका ध्यान आपमें रहता है, उनको सब संकटों से आप छुड़ाते है।
Those who rembember Hanumanji in thought, word and deed are well guarded against their odds in life.
सब पर राम तपस्वी राजा। तिनके काज सकल तुम साजा॥
Sub Par Ram Tapasvee Raaja, Tinke Kaaj Sakal Tum Saaja
अर्थ
तपस्वी राजा श्री रामचन्द्र जी सबसे श्रेष्ठ है, उनके सब कार्यों को आपने सहज में कर दिया।
Oh Hanumanji! You are the caretaker of even Lord Rama, who has been hailed as the Supreme Lord and the Monarch of all those devoted in penances.
और मनोरथ जो कोइ लावै, सोई अमित जीवन फल पावै।।
Aur Manorath Jo Koi Lave, Soi Amit Jivan Phal Pave.
अर्थ
जिस पर आपकी कृपा हो, वह कोई भी अभिलाषा करें तो उसे ऐसा फल मिलता है जिसकी जीवन में कोई सीमा नहीं होती।
Oh Hanumanji! You fulfill the desires of those who come to you and bestow the eternal nectar the highest fruit of life.
चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा॥
Charo Juung Partap Tumhara,
Hai Parsiddha Jagat Ujiyara.
अर्थ
चारो युगों सतयुग, त्रेता, द्वापर तथा कलियुग में आपका यश फैला हुआ है, जगत में आपकी कीर्ति सर्वत्र प्रकाशमान है।
Oh Hanumanji! You magnificent glory is acclaimed far and wide all through the four ages and your fame is radianlty noted all over the cosmos.
साधु संत के तुम रखवारे। असुर निकंदन राम दुलारे॥
Sadho Sant Ke Tum Rakhvare, Asur Nikandan Ram Dulare.
अर्थ
हे श्री राम के दुलारे! आप सज्जनों की रक्षा करते है और दुष्टों का नाश करते है।
Oh Hanumanji! You are the saviour and the guardian angel of saints and sages and destroy all the Demons, you are the seraphic darling of Shri Ram.
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता॥
Ashta Siddhi Nau Nidhi Ke Data, Asa Bar Din Janki Mata.
अर्थ
आपको माता श्री जानकी से ऐसा वरदान मिला हुआ है, जिससे आप किसी को भी आठों सिद्धियां और नौ निधियां दे सकते है।
Hanumanji has been blessed with mother Janki to grant to any one any YOGIC power of eight Sidhis and Nava Nidhis as per choice.
राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा॥
Ram Rasayan Tumhare Pasa, Sadaa Raho Raghupati Ke Dasa.
अर्थ
आप निरंतर श्री रघुनाथ जी की शरण में रहते हैं, जिससे आपके पास बुढ़ापा और असाध्य रोगों के नाश के लिए राम नाम औषधि है।
Oh Hanumanji! You hold the essence of devotion to RAM, always remaining His Servant.
तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै॥
Tumhare Bhajan Ramko Pave, Janam Janam Ke Dukh Bisravei.
अर्थ
आपका भजन करने से श्री राम जी प्राप्त होते है और जन्म जन्मांतर के दुख दूर होते है।
Oh Hanumanji! through devotion to you, one comes to RAM and becames free from suffering of several lives.
अंत काल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरि भक्त कहाई॥
Anta Kaal Raghubar Pur Jai, Jahan Janma Hari Bhakta Kahai.
अर्थ
अंत समय श्री रघुनाथ जी के धाम को जाते है और यदि फिर भी जन्म लेंगे तो भक्ति करेंगे और श्री राम भक्त कहलाएंगे।
After death he enters the eternal abode of Sri Ram and remains a devotee of him, whenever, taking new birth on earth.
और देवता चित न धरई। हनुमत सेई सर्व सुख करई॥
Aur Devata Chitt Na Dharai, Hanumant Sei Sarva Sukh Karai
अर्थ
हे हनुमान जी! आपकी सेवा करने से सब प्रकार के सुख मिलते है, फिर अन्य किसी देवता की आवश्यकता नहीं रहती।
You need not hold any other demigod in mind. Hanumanji alone will give all happiness.
संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥
Sankat Kate Mitey Sab Peera, Jo Sumirei Hanumant Balbeera
अर्थ
हे वीर हनुमान जी! जो आपका सुमिरन करता रहता है, उसके सब संकट कट जाते हैं और सब पीड़ा मिट जाती है।
Oh Powerful Hanumanji! You end the sufferings and remove all the pain from those who remember you.
जय जय जय हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरु देव की नाई॥
Jai Jai Jai Hanuman Gosai, Kripa Karahu Gurudev Ki Naiee
अर्थ
हे स्वामी हनुमान जी! आपकी जय हो, जय हो, जय हो! आप मुझ पर कृपालु श्री गुरु जी के समान कृपा कीजिए।
Hail-Hail-Hail-Lord Hanumanji! I beseech you Honour to bless me in the capacity of my supreme 'GURU' (teacher).
जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महा सुख होई॥
Jo Sat Baar Paath Kar Koi, Chhutahi Bandi Maha Sukh Hoi.
अर्थ
जो कोई इस हनुमान चालीसा का सौ बार पाठ करेगा वह सब बंधनों से छूट जाएगा और उसे परमानन्द मिलेगा।
One who recites this Hanuman Chalisa one hundred times daily for one hundred days becames free from the bondage of life and death and ejoys the highest bliss at last.
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा॥
Jo Yah Padhe Hanuman Chalisa, Hoy Siddhi Sakhi Gaurisa
अर्थ
भगवान शंकर ने यह हनुमान चालीसा लिखवाया, इसलिए वे साक्षी है, कि जो इसे पढ़ेगा उसे निश्चय ही सफलता प्राप्त होगी।
As Lord Shankar witnesses, all those who recite Hanuman Chalisa regularly are sure to be benedicted
तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय मंह डेरा॥
Tulsidas Sada Hari Chera, Keeje Nath Hriday Mah Dera.
अर्थ
हे नाथ हनुमान जी! तुलसीदास सदा ही श्री राम का दास है। इसलिए आप उसके हृदय में निवास कीजिए।
Tulsidas always the servant of Lord prays. "Oh my Lord! You enshrine within my heart!
दोहा
पवन तनय संकट हरन। मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित। हृदय बसहु सूरभूप॥
Pavan Tanay Sankat Haran , Mangal Murti Roop.
Ram Lakhan Sita Sahit, Hriday Basahu Sur Bhoop.
अर्थ
हे संकट मोचन पवन कुमार आप आनंद मंगलों के स्वरूप हैं। हे देवराज आप श्री राम, सीता जी और लक्ष्मण सहित मेरे हृदय में निवास कीजिए।
O my Shri Hanuman, The Son of Pavan, Saviour The Embodiment of blessings, reside in my heart together with Shri Ram, Laxman and Sita