Palmistry - नाखून (Finger Nails) से भाविष्य फल
हाथ के नाखून से व्यक्ति के स्वास्थ्य , जीवन - शक्ति और स्वभाव की पक्की जानकारी मिलती है ।
उंगलियों के ऊपर सिरों की संवेदन शीलता बहुत अधिक होती है। इसका कारण यह है कि यहाँ स्नायुतंतुओं के अंतिम सिरे अधिकतम मात्रा में विद्यमान होते है। इनकी रक्षा के लिए नाखून कवच का कार्य करता है।
हारमोनो की मात्रा, शरीर के खनिज पदार्थ तथा रक्त के स्तर का कारण नाखून का रंग , आकार , बनावट और चमक बनती है। यदि हारमोन आदि सभी आवश्यक तत्व व्यक्ति में ठीक मात्रा में हो तो लगभग 5/6 मास में पुराने नाखून के स्थान पर नया नाखून आ जाता है। आयु के प्रभाव के कारण या हारमोनो की कमी या अधिकता से नाखून के बढने की गति कम या अधिक हो सकती है। नाखून जड से सिरे की ओर बद्ता है इससे हमे ज्ञात हो सकता है कि नाखून का दोष कब आरम्भ हुआ अर्थात यदि सफेद धब्बा या आड़ी धारी जड के निकट हो तो दोष का आरंभ महीने भर के आसपास हुआ है यदि उंगली के सिरे के निकट हो तो दोष का समय 4 /5 मास के आसपास हुआ है।