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मेष राशि के व्यक्ति का गुण, स्वभाव, व्यक्तित्व करियर,स्वास्थ्य रिश्ते और जीवनसाथी

मेष राशि के व्यक्ति का गुण, स्वभाव, व्यक्तित्व करियर,स्वास्थ्य  रिश्ते और जीवनसाथी

जिन व्यक्तियों के जन्म समय में निरयण चन्द्रमा मेष राशि में संचरण कर रहा होता है, उनकी मेष राशि मानी जाती है, जन्म समय में लगन मे मेष राशि होने पर भी यह अपना प्रभाव दिखाती है। मेष राशि के लोगों का स्वामी ग्रह मंगल होता है. मेष राशि वालो का राशि नाम चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ से शुरू होता है।

मेष लगन मे जन्म लेने वाला जातक दुबले पतले शरीर वाला, अधिक बोलने वाला, उग्र स्वभाव वाला, रजोगुणी, अहंकारी, चंचल, बुद्धिमान, धर्मात्मा, बहुत चतुर, अल्प संतति, अधिक पित्त वाला, सब प्रकार के भोजन करने वाला, उदार, कुलदीपक, स्त्रियों से अल्प स्नेह, इनका शरीर कुछ लालिमा लिये होता है।

 मेष लगन मे जन्म लेने वाले व्यक्ति सामान्यतः अपनी आयु के 16, 21, 29, 34, 41, 48 और 51 साल मे व्यक्ति को सामान्यतः धन की प्राप्ति वाहन सुख, भाग्य वॄद्धि, आदि विविध प्रकार के लाभ और आनन्द प्राप्त होते हैं।  6, 8, 15, 20, 28, 34, 40, 45, 56 और 63 वें साल में शारीरिक कष्ट और धन हानि का सामना करना पडता है, अँग्रेजी केलेण्डर के अनुसार 21 मार्च से 19 अप्रैल के बीच जन्मे व्यक्ति मेष राशि का माना गया है।

मेष राशि, राशि चक्र की यह पहली राशि है, इस राशि का चिन्ह  मेष यानी भेडा है, इस राशि का विस्तार चक्र राशि चक्र के प्रथम 30 अंश तक है। राशि चक्र का यह प्रथम बिन्दु प्रतिवर्ष लगभग 50 सेकेण्ड की गति से पीछे खिसकता जाता है। मेष राशि के अन्तर्गत अश्विनी नक्षत्र के चारों चरण और कॄत्तिका का प्रथम चरण आते हैं। प्रत्येक चरण 3.20' अंश का है, जो नवांश के एक पद के बराबर का है। इन चरणों के स्वामी क्रमश: अश्विनी प्रथम चरण में केतु-मंगल, द्वितीय चरण में केतु-शुक्र, तॄतीय चरण में केतु-बुध, चतुर्थ चरण में केतु-चन्द्रमा, भरणी प्रथम चरण में शुक्र-सूर्य, द्वितीय चरण में शुक्र-बुध, तॄतीय चरण में शुक्र-शुक्र, और भरणी चतुर्थ चरण में शुक्र-मंगल, कॄत्तिका के प्रथम चरण में सूर्य-गुरु हैं।

बारह राशियों में से  मेष राशि को सबसे ताकतवर राशि माना जाता है क्योंकि इनकी राशि का स्वामी मंगल होता है। मंगल साहस, वीरता और निडरता के साथ ही भाग्य को जागृत करने वाला भी है। यदि इस राशि के व्यक्तियों का आचरण सही है तो फिर इन्हें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है।

स्वभाव

मेष अग्नि तत्व वाली राशि है, अग्नि त्रिकोण (मेष, सिंह, धनु) की यह पहली राशि है, इसका स्वामी मंगल यानी अग्नि ग्रह है, राशि और स्वामी का यह संयोग इसकी अग्नि या ऊर्जा को कई गुना बढा देती है, यही कारण है कि मेष जातक ओजस्वी, दबंग, साहसी, और दॄढ इच्छाशक्ति वाले होते हैं। मेष राशि वाले व्यक्ति बाधाओं को चीरते हुए अपना मार्ग बनाने की कोशिश करते हैं। मेष राशि के लोग भावुक होते हैं, ये लोग अपनी निराशा और गुस्से को जल्दी भूल जाते हैं।

मेष राशि के व्यक्ति सामान्यतः उत्साही, आत्मविश्वासी और साहसी होते हैं। ये लोग अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्पित होते हैं और नई चुनौतियों का सामना करने में कभी नहीं कतराते है। मेष राशि के लोगों में नेतृत्व करने की क्षमता होती है, मेष  राशि के व्यक्ति प्रतिस्पर्धी होते हैं और उन्हें अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनने की प्रेरणा होती है। यह उन्हें उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करता है। काम के प्रति उनका उत्साह उन्हें ऊर्जा देता है, लेकिन कभी-कभी उन्हें धैर्य की कमी महसूस हो सकती है और ये जल्दी में निर्णय ले सकते हैं।

कैरियर

मेष व्यक्तियों के अन्दर धन कमाने की अच्छी योग्यता होती है, उनको छोटे काम पसंद नहीं होते हैं, उनके दिमाग में हमेशा बडी बडी योजनायें ही चक्कर काटा करती है, राजनीति के अन्दर नेतागीरी, संगठन कर्ता, उपदेशक, अच्छा बोलने वाले, कम्पनी को प्रोमोट करने वाले, रक्षा सेवाओं में काम करने वाले, पुलिस अधिकारी, रसायन शास्त्री, शल्य चिकित्सिक, कारखानों के अन्दर लोहे और इस्पात का काम करने वाले भी होते हैं, कभी कभी खराब ग्रहों का प्रभाव होने के कारण गलत आदतों में चले जाते हैं, और मारकाट या दादागीरी बाली बातें उनके दिमाग में घूमा करतीं हैं, और अपराध के क्षेत्र मे प्रवेश कर जाते हैं।

मेष व्यक्ति अक्सर नेतृत्व के पदों पर सफल होते हैं। उन्हें टीम का नेतृत्व करना पसंद है। ये नए विचारों और परियोजनाओं को शुरू करने में संकोच नहीं करते। उनका साहस उन्हें जोखिम उठाने में मदद करता है।

रिश्ते

मेष राशि के  व्यक्ति अपने रिश्तों में उत्साह और ऊर्जा लाते हैं। वे प्रेम में बहुत passionate होते हैं। प्रत्यक्षता: ये लोग अपने विचार और भावनाएँ स्पष्ट रूप से व्यक्त करते हैं, जिससे कभी-कभी संघर्ष भी हो सकता है। नए रिश्ते बनाने में ये लोग कभी नहीं कतराते और अपनी भावनाओं को जल्दी व्यक्त कर देते हैं। मेष व्यक्ति स्वतंत्रता को महत्व देते हैं, इसलिए उन्हें अपने साथी से भी इसी तरह की स्वतंत्रता की आवश्यकता होती है।

स्वास्थ्य

मेष राशि  के व्यक्ति आमतौर पर ऊर्जा से भरे होते हैं, लेकिन उन्हें अपनी ऊर्जा का सही प्रबंधन करना चाहिए क्योकि अधिकतर मेष राशि वाले व्यक्तियों का शरीर ठीक ही रहता है लेकिन अधिक काम करने के उपरान्त वे शरीर को निढाल बना लेते हैं।

मेष राशि  के व्यक्ति मंगल के मालिक होने के कारण उनके खून मे बल अधिक होता है, और कम ही बीमार पड़ते हैं, उनके अन्दर रोगों से लडने की अच्छी क्षमता होती है।

 मेष राशि से छठा भाव कन्या राशि का है, इससे मेष राशि वाले व्यक्तियों  में पाचन प्रणाली मे अधिकतर कमजोरी पायी जाती है, और इसके प्रभाव से खान-पान: संतुलित आहार लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि कभी-कभी वे त्वरित और अस्वास्थ्यकर खाद्य का विकल्प चुन सकते हैं।

मल के पेट में जमा होने के कारण सिरदर्द, जलन, तीव्र रोगों, सिर की बीमारियां, लकवा, मिर्गी, मुहांसे, अनिद्रा, दाद, आधाशीशी, चेचक, और मलेरिया आदि के रोग बहुत जल्दी आक्रमण करते हैं।

व्यायाम और खेलकूद में रुचि रखने वाले मेष राशि वाले व्यक्तिके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों अच्छे होते हैं। लेकिन कभी-कभी, उनकी उत्साही और प्रतिस्पर्धात्मक प्रकृति के कारण तनाव बढ़ सकता है। ध्यान और योग जैसी गतिविधियाँ उन्हें मानसिक शांति प्रदान कर सकती हैं।

मेष राशि वाले व्यक्तियों को अपने साहसी स्वभाव के कारण चोट लगने का खतरा अधिक होता है। उन्हें सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है,ऐसे व्यक्तियों  को अधिकतर उनको अपनी सिर की चोटों से बच कर रहना चाहिये, खासकर खेलों में।

मेष राशि वाले व्यक्तियों को नियमित स्वास्थ्य की जांच: करवाना  चाहिए इससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है।

जीवनसाथी

मेष राशि के लोग ईमानदार और वफादार प्रकृति के होते हैं। इसलिए जीवनसाथी में वफादारी ज्यादा पसंद करते हैं। ज्योतिष के मुताबिक, मेष राशि के लोगों के लिए तुला राशि, सिंह राशि, धनु राशि, मिथुन राशि, कुंभ राशि  के लोग अच्छे जीवनसाथी साबित हो सकते हैं: . 

वहीं, कर्क, मकर, और वृश्चिक राशि के लोगों के साथ मेष राशि के लोगों को अपने प्रेम जीवन में कुछ संघर्ष करने पड़ सकते हैं. इन राशियों के साथ मेष राशि का संबंध विवादित रहता है.

 

जन्म के अनुसार मेष राशि का रत्न -  पुखराज, एक्वामेरिन, हीरा हीलियोट्रोप,   नीलम, जेस्पर है।

 

 

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