हाथों में व्दीप (Island) चिन्ह का फल और प्रभाव
हाथ की मुख्य रेखाओं व सहायक रेखाओं के अलावा हाथों में व्दीप (Island) हस्त चिन्ह भी हाथों में मौजूद होते है, जिनका हाथ के अध्ययन एवं विश्लेषण में बहुत महत्व है। यह चिन्ह करतल, अंगुलियों, मणिबंध रेखाओं या अंगूठे के किसी भी भाग पर उपस्थित हो सकते है। यह हस्त चिन्ह की उपस्थिति में हस्तरेखाओं की प्रकृति व गृह क्षेत्रों के प्रभाव आदि पर प्रभाव पड़ता है।
हाथ मे व्दीप चिन्हों की उपस्थिति और प्रभाव
निम्नानुसार होता है –
1. जीवन रेखा में – अस्थायी बीमारी, अस्वस्थता,
2. मस्तिष्क रेखा में – मानसिक बीमारी, मानसिक निर्बलता, सर पर
चोट की संभावना
3. भाग्य रेखा में – सांसारिक विषयों में क्षति, आर्थिक हानि,
4. हृदय रेखा में – हृदय की वंशानुगत बीमारी, आत्मिक कष्ट, हृदय रोग
5. सूर्य रेखा में – पदनाश, कलंक, सौभाग्यनाश
6. स्वास्थ्य रेखा में – गंभीर बीमारी
7. अंगूठे के मूल में – सम्रध्दी , विद्या , पुत्र – प्राप्ति
8. अंगूठे के पहले पर्व में – सुख , सम्रध्दी
9. वृहस्पति क्षेत्र में – आत्माभिमान, महत्वकांक्षा में कमी
10.
शनि क्षेत्र
में – दुर्भाग्य
11.
सूर्य
क्षेत्र में – कला की योग्यता और प्रतिभा को क्षति
12.
बुध क्षेत्र
में – परिवर्तनशीलता के कारण व्यापार व विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति का अभाव
13.
मंगल क्षेत्र
में – निरुत्साह, डर, कायरता
14.
चंद्र
क्षेत्र में – कल्पना शक्ति की क्षीणता
15. शुक्र क्षेत्र में – कामुकता का दुष्प्रभाव
16. सहायक रेखाओ एवं गौण रेखाओ में – यदि हाथ की अन्य सहायक रेखाओ एवं गौण रेखाओ में व्दीप चिन्ह उपस्थित होगा, तो उन रेखाओ के प्रभाव में कमी आयेगी
17. अंगुलियों के जोड़ो में भी व्दीप चिन्ह देखने को मिलता है, जो शुभ फल देता है